[1]. भारत–सिंगापुर सहयोग पहल
भारत और सिंगापुर कई प्राथमिक क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं, जिनमें कनेक्टिविटी, वित्तीय सहयोग, साइबर सुरक्षा और स्टार्ट-अप साझेदारी शामिल हैं। प्रमुख पहलों में UPI–PayNow लिंक का विस्तार, TradeTrust के माध्यम से ई-बिल ऑफ लैडिंग को बढ़ावा देना, और कृषि, स्वास्थ्य तथा शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग की संभावनाएँ तलाशना शामिल है। दोनों देश जल प्रबंधन, सिविल न्यूक्लियर प्रोजेक्ट्स, जलवायु परिवर्तन पहल, खाद्य सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में संयुक्त भागीदारी पर भी कार्य कर रहे हैं।
कनेक्टिविटी: समुद्री और विमानन संपर्क बढ़ाना, भारत–सिंगापुर ग्रीन और डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर विकसित करना, टिकाऊ विमानन ईंधन को बढ़ावा देना, तथा हवाई अड्डा विकास और एयरोस्पेस MRO में विशेषज्ञता साझा करना शामिल है।
स्वास्थ्य और चिकित्सा: सहयोग का फोकस डिजिटल हेल्थ, रोग निगरानी, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, नियामक सहयोग, नर्सिंग कौशल विकास और चिकित्सा प्रौद्योगिकी में संयुक्त अनुसंधान एवं विकास पर है।
जन-से-जन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान: छात्र एवं पेशेवरों का आदान-प्रदान, संसदीय सहभागिता, लोक सेवा प्रशिक्षण, थिंक-टैंक सहयोग और सांस्कृतिक प्रचार पहलें बढ़ाई जा रही हैं।
रक्षा और सुरक्षा सहयोग: संयुक्त सैन्य अभ्यास, समुद्री सुरक्षा, रक्षा प्रौद्योगिकी सहयोग, आतंकवाद-रोधी पहल, तथा आपराधिक जांचों में परस्पर कानूनी सहायता को जारी रखा गया है।
[2]. p47 प्रोटीन: यांत्रिक तनाव से कोशिकाओं की सुरक्षा
सितम्बर 2025 में, एस. एन. बोस राष्ट्रीय बेसिक विज्ञान केंद्र (SNBNCBS) के शोधकर्ताओं ने एक नई खोज की कि कम चर्चित p47 प्रोटीन कोशिकाओं को यांत्रिक तनाव के दौरान स्थिर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पहले इसे कोशिकीय मशीन p97 का सहायक माना जाता था, लेकिन अब इसे स्वतंत्र रूप से कार्य करते हुए एक “यांत्रिक चापरोन” के रूप में पहचाना गया है, जो खिंचे हुए प्रोटीन को स्थिर करता है और उन्हें पुनः मोड़ने की क्षमता बढ़ाता है।
शोधकर्ताओं ने सिंगल-मॉलिक्यूल मैग्नेटिक ट्वीजर का उपयोग कर प्रयोग किया और पाया कि p47 खिंचे हुए प्रोटीन से जुड़कर उनकी संरचना को स्थिर रखता है। यह गतिविधि पारंपरिक चापरोन जैसी है और p47 को पहला ऐसा सह-कारक प्रोटीन बनाती है जिसके लिए प्रत्यक्ष प्रमाण मिले हैं। इस खोज से उन बीमारियों के उपचार के नए रास्ते खुल सकते हैं जो प्रोटीन अस्थिरता से जुड़ी होती हैं।
[3]. NIRF 2025 रैंकिंग में IIT मद्रास शीर्ष पर
4 सितम्बर 2025 को राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग ढांचा (NIRF) 2025 की 10वीं सूची जारी की गई, जिसमें IIT मद्रास ने एक बार फिर सर्वश्रेष्ठ उच्च शिक्षा संस्थान का स्थान हासिल किया। यह लगातार सातवाँ वर्ष है जब IIT मद्रास शीर्ष पर रहा है।
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विश्वविद्यालय: IISc बेंगलुरु पहले स्थान पर, उसके बाद JNU (नई दिल्ली) और मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन।
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कॉलेज: हिंदू कॉलेज, दिल्ली ने पहला स्थान बरकरार रखा, जबकि मिरांडा हाउस और हंसराज कॉलेज क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
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इंजीनियरिंग: IIT मद्रास शीर्ष पर, उसके बाद IIT दिल्ली और IIT बॉम्बे।
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प्रबंधन: IIM अहमदाबाद देश का सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन संस्थान रहा।
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फार्मेसी: जामिया हमदर्द, नई दिल्ली ने पहला स्थान प्राप्त किया।
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चिकित्सा: AIIMS नई दिल्ली शीर्ष चिकित्सा संस्थान बना रहा।
[4]. प्रमुख GST सुधार की घोषणा
3 सितम्बर 2025 को वित्त मंत्री ने GST व्यवस्था में बड़ा सुधार किया, जिसके तहत 12% और 18% की दरों को मिलाकर अब दो दरें रखी गई हैं – 5% और 18%, जबकि 40% की दर पाप वस्तुओं पर बनी रहेगी।
मुख्य बिंदु:
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सामान्य उपभोक्ताओं को राहत: किसानों, स्वास्थ्य क्षेत्र और कृषि सहित श्रम-प्रधान क्षेत्रों को लाभ होगा।
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5% GST पर दैनिक उपयोग की वस्तुएँ: हेयर ऑयल, साबुन, शैम्पू, टूथब्रश, टूथपेस्ट, साइकिल और रसोई के बर्तन।
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मुक्त वस्तुएँ: UHT दूध, पनीर, छेना और सभी भारतीय ब्रेड (रोटी, परांठा)।
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5% पर खाद्य उत्पाद: नमकीन, भुजिया, नूडल्स, पास्ता, सॉस, चॉकलेट, कॉफी, कॉर्नफ्लेक्स, मक्खन और घी।
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18% पर उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएँ: एसी, डिशवॉशर, छोटी कारें और 350 सीसी तक की मोटरसाइकिलें (28% से घटाकर)।
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ढांचे में सुधार: उलटी ड्यूटी संरचनाओं और वर्गीकरण विवादों का समाधान, साथ ही पंजीकरण, रिटर्न फाइलिंग और रिफंड प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया।
[5]. एकीकृत RERA पोर्टल का शुभारंभ
4 सितम्बर 2025 को आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहलाल ने नई दिल्ली में 5वीं केंद्रीय परामर्श परिषद की बैठक के दौरान एकीकृत RERA पोर्टल लॉन्च किया। यह पोर्टल रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है।
इससे घर खरीदारों को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में पंजीकृत प्रोजेक्ट्स, डेवलपर्स और एजेंटों की जानकारी एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर मिलेगी। इसके अलावा, यह पोर्टल राज्य स्तरीय पोर्टलों को एकीकृत करेगा जिससे डेवलपर्स और अन्य हितधारकों के लिए अनुपालन आसान होगा।
[6]. राष्ट्रीय आयुष मिशन सम्मेलन
4 सितम्बर 2025 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय आयुष मिशन और क्षमता निर्माण सम्मेलन का दो-दिवसीय आयोजन सम्पन्न हुआ, जिसे आयुष मंत्रालय ने आयोजित किया था। इसमें छह प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा हुई – वित्तीय प्रबंधन और परियोजना निगरानी, आयुष का आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं से एकीकरण, मानव संसाधन और क्षमता निर्माण, अवसंरचना विकास और सेवा वितरण, ASU&H दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करना, और आयुष क्षेत्र में डिजिटल सेवाओं का उपयोग।
समापन सत्र में आयुष सचिव ने बड़े पैमाने पर व्यवहार परिवर्तन संचार और हर घर आयुरयोग पहल के माध्यम से आयुर्वेद-आधारित जीवनशैली अपनाने पर बल दिया।